गुरुवार, 12 सितंबर 2013

गरीब देश के प्रेसिडेंट का देहरादून दौरा ब्यवस्थाओं से कमाई का मौका


गरीब देश के प्रेसिडेंट का देहरादून दौरा ब्यवस्थाओं से कमाई का मौका

प्रेसिडेंट आज देहरादून पधार रहे हैं सरकारी छुटी होने के बावजूद सरकारी कर्मचारी दिन भर काम करते रहे मेरा सभी कर्मचारियों को नमन| 

प्रेसिडेंट जी आपका धन्यवाद आपके आगमन से एक तो जिन सड़कों पर छ: महीने पहले हमने सरकारी धन खर्च किया था उन पर दो-दो फिट गहरे गड्ढे हो गए थे आज आनन फानन में ही सही हमने गढ़ों पर टल्ले लगा दिए हैं साथ ही हमें दुबारा कमाने का मौका भी मिल गया |

प्रेसिडेंट जी आपको पता है आपके लिए हमने जनता के खजाने से आपके इस दौरे के लिए कितना खर्च किया है ? प्रेसिडेंट जी आप के लिए 16 डाक्टर, 4 एम्बुलेंस, 36 पुलिस अधिकारी, 1178 हेड कांस्टेबल, 172 इंस्पैक्टर, 21 डी.एस.पी., 7 ए.एस.पी., 6 एस.पी., 11 कंपनी पी.ऐ.सी., फायर, डाग स्क्वाड, एंटी-माइन, बम डिस्पोजल इंटेलिजेंस के 42 अधिकारी कुल मिलकर 2200 से ज्यादा कर्मचारी आपके लिए दिन भर तैनात रहेंगे और 200 सौ लक्जरी कारें आपकी सेवा में जनता की जेब से लगाई गई हैं| आपके इस दौरे की आड़ में हम भी एक-आध करोड़ जनता के खजाने से निकाल लेंगे अब जनता का खजाना तो समुंदर की तरह है एक आध लोटा निकाल कर समंदर खाली थोड़े हो जाएगा | 

प्रेसिडेंट जी हमने सख्त आदेश दिए हैं अगर आपके दौरे के दौरान कोई दुर्घटना अगर आम जनता के साथ होती है तो होने दी जाए कीड़े-मकोड़ों के लिए प्रेसिडेंट की सेवा में कोई कमी न रहने पाए | प्रेसिडेंट जी किसी ने आपकी सेवा के खर्चे का ब्यौरा हम से माँगा तो अन्दर कर उसके बम इतने सेकेंगे की वो अपने बम के बूते ही नहीं बैठ पायेगा |

वैसे प्रेसिडेंट जी जनता में से एक कीड़ा कह रहा था गरीब जनता को खुल्लेआम कैसे लूटा जाता है ये प्रमाण आज प्रेसिडेंट के देहरादून दौरे से सामने सामने दिख रहा है| चार घंटे का सफ़र है देहली से देहरादून एक गाड़ी में चुपचाप आते तो कौन सा पहाड़ टूट जाता | मगर अपनी जेब से कोई खर्च करना है जनता की जेब से खर्च करना है लूटो और मौज करो| कौन पूछनेवाला है ? कोई ज्यादा पूछेगा तो नक्सली डिग्री से नवाज़ देंगे ससुरे को | ठीक किया न प्रेसिडेंट जी आप तो खुश हैं न ?

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