गुरुवार, 10 सितंबर 2015

उत्तराखंड में "ट्रांसफर एक्ट" लागू न होने के दो अति-मुख्य कारण

प्यारे साथियों अगर सच में उत्तराखंड से प्यार है तो
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,
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माननीय मुख्यमंत्री हरीश रावत जी का ध्यान इस विषय पर ले जाने और
ट्रांसफर एक्टलागू करवाने का संकल्प तक इस पोस्ट को अपनी वाल पर शेयर करें अपने दोस्तों को टैग करें...  
उत्तराखंड में "ट्रांसफर एक्ट" लागू न होने के दो मुख्य कारण
 

1. अरबों रूपये की दलाली करने वाले नेतागण
,
पत्रकार, सामाजिक कार्यकर्त्ता, अधिकारी और बाबू जो किसी प्रकार का श्रम न करने के बावजूद धनवान हो रहे हैं और विलासिता का जीवन जी रहे हैं... अगर ट्रांसफर एक्ट लागू हो गया तो सवा करोड़ की जनता को समय पर शिक्षा, चिकित्सा, स्वरोजगार, बिजली, पानी, सड़क, स्वच्छता आदि मिलेगी और बेमान नक्कारे लोगों को मेहनत करके खाना होगा |
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2. अगर
ट्रांसफर एक्टलागू हो गया तो सालों से सुगम अति-सुगम स्थानों में बैठे मंत्री/विधायक/नेता/अधिकारी/बाबु/सामाजिक कार्यकर्त्ता/पत्रकार आदि की बेटी, बेटा, पत्नी, पति, दामाद, भांजा, भतीजा, घरवाली, बाहरवाली, जीजा, साली आदि सभी को अनिवार्य रूप से ट्रांसफर होकर दुर्गम स्थानों में सेवा देनी होगी और सालों से दुर्गम परिस्थिति में कार्य करने वालों को न्याय मिलेगा और जनता को गुणवत्तायुक्त सेवाएं |
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मित्रों सवा करोड़ की जनता आज चंद लोगों की करनी का फल भुगत रही है... कहो हरदा से भ्रष्टचारियों के सिर पर नहीं जनता के सिर पर हाथ रखने से बनेंगे असली धरती पुत्र इसलिए शीघ्र
ट्रांसफर एक्टलागू करें...
#जय_हिन्द
 
#गर्व_से_कहो_हम_भारतीय_उत्तराखंडी_हैं 
@Bhargava Chandola

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