शनिवार, 31 मई 2014

बदलेगा भारत, जब सुधरेंगे दरिंदे, सुधरेंगे दरिंदे जब होंगे कठोर कानून

मुलायम सिंह यादव ने मुंबई में अपने भाषणों में कहा था लड़कों का खून गरम होता है गलतियाँ हो जाती हैं, लड़कियों को संभल कर रहना चाहिए | मगर मुझे अफ़सोस मुलायम के भाषणों पर नहीं देश के कानून पर होता है, जो ऐसे शर्मनाक भाषण देने वाले नेताओं को खुले सांड की तरह घूमने की छूट देता है | ये मुलायम की ही सह है, जो यू.पी. में पांच दरिंदों ने दो मासूम दलित बहनों का सामूहिक बलात्कार के बाद खुले-आम पेड़ से टांग कर मौत के घाट उतार दिया | काश हमारे देश का कानून इतना शख्त होता कि बदजुबानी के भाषण देने वाले नेताओं की जीवा काट दी जाती तो वो पांचों दरिन्दे इस प्रकार की दरिंदगी करने के बारे में सोच भी नहीं सकते थे !
मगर, मगर... अहिंशा प्रमो धर्मा.....
बदलेगा भारत, जब सुधरेंगे दरिंदे, सुधरेंगे दरिंदे जब होंगे कठोर कानून

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