गुरुवार, 5 दिसंबर 2013

हाई-प्रोफाइल मीडिया "आज तक" का पांच सितारा होटल "ली-मेरिडियन" से सीधा प्रशारण एजेंडा आज तक देख लीजिये कल से अब तक...

हाई-प्रोफाइल मीडिया "आज तक" का पांच सितारा होटल "ली-मेरिडियन" से सीधा प्रशारण एजेंडा आज तक देख लीजिये कल से अब तक... 

ऐसा लग रहा है अमीरों की पार्टी चल रही हो और गरीबों (देश और देश की जनता) का ठीक उसी प्रकार मजाक उड़ाया जा रहा हो जिस प्रकार कलर्स पर कपिल अपने दर्शकों का हंसी-मजाक में उड़ाता है और वो दर्शक मजाक उड़ाए जाने पर भी खुश होते हैं. कपिल का हंशी-मजाक तो दिल खुश कर देता है. मगर इस उपहास को कैसे देखें ? 
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जितने भी बीजेपी और कांग्रेस पार्टी के नेता आये हैं एक दुसरे की जितनी तारीफ़ और आपसी प्यार छलका रहे हैं... उसे देख कर लग नहीं रहा है ये दो विपक्षी पार्टियों के प्रतिनिधि हैं जिस प्रकार से रविशंकर अजय माकन की तारीफ़ कर रहे हैं और अजय माकन रविशंकर की उसे देखकर लग रहा है ये दोनो ही बड़े ही काबिल नेता है और इस देश के सच्चे हितेषी हैं जितने शोहर्द पूर्ण से रविशंकर जी कह रहे हैं कि "फेंकु" जैसा शब्द नहीं कहा जाना चाहिए राजनीति में मतभेद हो सकता हैं मनभेद नहीं होना चाहिए फेंकु शब्द मनभेद की उपज है, बेचारे अजय माकन तो इतना भी नहीं कह पा रहे हैं कि "पपु" क्या मनभेद की उपज नहीं है जो आप हमारे नेता को कहते हो ? अगर कह देंगे तो कहीं ऐसा न हो इतना कहने भर से ही क्लास लग गई ? 
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देख कर कहा जा सकता है बीजेपी और कांग्रेस के नेतागण देश की दुर्दशा के लिए बिलकुल भी चिंतित नहीं हैं बस किसी भी तरह से सत्ता हासिल करना चाहते हैं और सत्ता सुख भोगना चाहते हैं | 
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देश की जनता का मजाक नेतागण उड़ा रहे हैं और देश की जनता खुश है| ये सोच कर कि ये उनका अधिकार और हमारी किस्मत है.

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